Honesty Story in Hindi with Pictures - ईमानदार लकड़हारा

Honesty Story in Hindi with Pictures - ईमानदार लकड़हारा



Honesty Story in Hindi: We all have heard the phrase "Honesty is the Best Policy". Here, I am presenting a story in Hindi on honesty titled as "Imaandar Lakarhara". You will get a strong life lesson from this short honesty story in Hindi. I hope you like this Honesty Story in Hindi with pictures and take this moral lesson in your life. 

A Story in Hindi on Honesty - ईमानदार लकड़हारा


Honesty Story in Hindi



एक लकड़हारा था। वह बहुत ही मेहनती और ईमानदार था। ( honesty story in hindi with pictures ) वह लकड़हारा बहुत गरीब भी था। परंतु गरीब होने के बाद भी वह बिल्कुल ईमानदार था। वह प्रतिदिन सवेरे उठता और जंगलों में जाता वहां सुखी पेड़ों की लकड़ियों को काटता और उससे बाजार में बेचकर कुछ पैसे कमाता। ( story in hindi on honesty ) इन्हीं पैसों से उसका गुजर-बसर हुआ करता था। 

ऐसे ही एक दिन वह जंगल में लकड़ी काटने गया। ( honesty is the best policy story in hindi ) वह नदी के पास के एक पेड़ की लकड़ियां काट रहा था। तभी अचानक लकड़ी काटते काटते उसकी कुल्हाड़ी नदी में गिर गई। अब वह बेचारा लकड़हारा क्या करता उसे तैरना भी नहीं आता था जो वह नदी में जाकर अपनी कुल्हाड़ी वहां से निकाल लेता। उस लकड़हारे के पास सिर्फ एक ही कुल्हाड़ी थी और ना ही उसके पास इतने पैसे थी कि वह कोई दूसरा कुल्हाड़ी खरीद सके। वही नदी किनारे बैठ कर रोने लगा और नदी से प्रार्थना करने लगा कि वह उसकी कुल्हाड़ी लौटा दे। 


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वह वही नदी के पास बैठकर बहुत रोता बिलखता रहा। उसकी इस दुख को देखकर नदी की देवी को उस पर दया आ गई। नदी की देवी ने उसे उसकी कुल्हाड़ी लौटाने का निश्चय किया परंतु साथ ही उन्होंने उस लकड़हारे की इमानदारी की परीक्षा भी लेने का निश्चय किया। 

वह लकड़हारा वहीं पर नदी किनारे बैठ कर रो रहा था। ( honesty story in hindi ) तभी अचानक नदी की देवी उसके सामने प्रकट हुई। उनकी हाथ में सोने की कुल्हाड़ी थी। नदी की देवी को देखकर लकड़हारा चौक गया। नदी की देवी ने लकड़हारे से कहा," मुझे तुम्हारे तुमको देख कर तुम पर दया आ गई इसीलिए मैं तुम्हारी कुल्हाड़ी लौटाने आई हूं। परंतु मेरे पास कई सारी कुल्हाड़ी हैं। मुझे नहीं पता ही नहीं से तुम्हारी कौन सी है। क्या यह सोने की कुल्हाड़ी तुम्हारी है?" 

लकड़हारे ने नदी की देवी को प्रणाम किया और बड़े ही विनम्र भाव से कहा," नहीं माता यह सोने की कुल्हाड़ी मेरी नहीं है। मेरी कुल्हाड़ी तो एकदम मामूली सी लकड़ी की थी। सोने की कुल्हाड़ी मेरी नहीं हो सकती।" 

लकड़हारे की बात सुनकर नदी की देवी वापस नदी में चली गई और अगले ही क्षण चांदी की कुल्हाड़ी के साथ प्रकट हुई। ( story in hindi on honesty with pictures ) नदी की देवी ने लकड़हारे से फिर पूछा," मुझे यह चांदी की कुल्हाड़ी मिली। क्या यह चांदी की कुल्हाड़ी तुम्हारी है?" लकड़हारा बड़ा ही ईमानदार था। उसने फिर अपनी ईमानदारी का परिचय दिया और कहा," नहीं मां यह चांदी की कुल्हाड़ी भी मेरी नहीं है। मेरे पास तो मामूली सा लकड़ी का कुल्हाड़ी था।" 

Honesty Story in Hindi



नदी की देवी बनी मन प्रसन्न हुई और एक आखिरी बार उसकी परीक्षा लेने की सूची। ( short story on honesty with moral in hindi ) इस बार नदी की देवी तांबे की कुल्हाड़ी के साथ प्रकट हुई। फिर नदी की देवी नहीं लग रहा ने से वही सवाल किया कि क्या यह कुल्हाड़ी तुम्हारी है? परंतु इस बार भी लकड़हारे ने बड़े ही विनम्र भाव से वही उत्तर दिया कि यह कुल्हाड़ी मेरी नहीं है मेरी कुल्हाड़ी बहुत ही मामूली सी थी। 

नदी की देवी लकड़हारे पर बहुत प्रसन्न हुई और इस बार लकड़हारे की उस मामूली से कुल्हाड़ी को लेकर प्रकट हुए। लकड़हारे की कुल्हाड़ी को देखते ही उनसे कहा कि हां यह कुल्हाड़ी मेरी है, आप इसे मुझे दे दें। 

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नदी की देवी ने वह लकड़ी की कुल्हाड़ी उस लकड़हारे को दे दी और साथ में कहा," मैं तुम्हारी इमानदारी और नेक दिल से बहुत परेशान हूं। ( short honesty story in hindi ) मैं तुम्हें तुम्हारे ईमानदारी के बदले कुछ उपहार देना चाहती हूं। यह तीनों सोनी चांदी और तांबे की कुल्हाड़ी भी तुम रख लो।" इतना कहकर नदी की देवी ने उस लकड़हारे को सिर्फ उसकी मामूली सी कुल्हाड़ी ही नहीं लौटाई परंतु उन्होंने उस लकड़हारे को सोने चांदी और तांबे की कुल्हाड़ी भी दे दी। लकड़हारा नदी की देवी से यह उपहार पाकर बहुत प्रसन्न हुआ। और वह खुशी-खुशी वापस अपने घर आ गया। 

सीख:- 

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें हमेशा ईमानदार होना चाहिए। ईमानदारी इंसान को कभी और किसी भी क्षण जमीन से उठाकर आसमान तक ले जा सकती है। और वह उसे सब कुछ ला सकती है जो वह चाहता है। बस हमें हमेशा ईमानदार होना चाहिए। कभी अपनी नियत को डगमगाने नहीं देना चाहिए। 

Moral of this Hindi Story:- 

This story teaches us that we should always be honest. Honesty can lift a person from the ground to the sky at any moment. And she can bring him everything he wants. Just we should always be honest. Never let your destiny falter.


Thank you so much for reading this honesty story in Hindi with pictures. I hope you liked this short story on honesty with moral in Hindi. Here on our site, you will get many more moral stories in Hindi, you can also read those stories. And also do comment and let me know if you liked this story in Hindi on honesty.

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